बुधवार, 1 मार्च 2017

syah itihaas/kavita

#स्याह_इतिहास/अनिल अबूझ
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एक बार की बात है
कलम और लाठी में लड़ाई हो गई
लट्ठमारों ने घेर लिया कलम को
पर कलम न झुकी
उन्होने तोड़ दी कमर कलम की
पर चूँकि कलम में अब भी स्याही थी
कलम सच लिखती रही
बेधड़क लिखती रही
और इस प्रकार
उस समय का स्याह इतिहास लिखा गया...
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©अनिल_अबूझ

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